एजेन्सी ।। हरेक आदमीके स्वभाव अलग अलग होखले । यीहे स्वाभागके आधारमे आदमीके बानी(व्यवहार भर परले । कौनो अपन मनमे रहल बात बिना हिचकिचके कह देवले त कौनो मनके बात मन से हि नकह पावले ।बहुत लोग अपन मनमे रहल बात कह देवले त प्यारके मामलामे अपन भावना बतावेसे हिचकिचा जाले ।
अपने भि अपन मनके बात आ अन्तर्मन्के बात कहेला चाहिछि, लेकिन कह नसकिइ छि त अपन मनके बात अइसे कह सकिइ छि ।
दोस्त बनेला पहल करु
यदि अपने अपन मनके बात कौनो से कहेला चाहिछि त सबसे पहिले ओकरा दोस्त बनावेके कोसिस करु । दोस्तसे मनके बात खुलके करसकइ छि ओहिसे दोस्त बनावल बढिया होखले ।
सम्बन्ध निमन बनगेलाके बाद भे अपन मनके बात कह सकिइछि । बहुत सम्बन्ध निमनसे बन गेलके बाद कौनो बात नबतएला के बाद भि समझ जाले । अपने कथि कहले चाहइछि ? कथि सोचइछि ? आ कि महसुस करइछि ? बहुत नकहलाके बाद भि समझ जाले ।
कफी डेटमे जाउ
अगर अपनेके कौनो निमन लागइत हए त ओकरा कफी पियेला कह सकइछि । निमन लागेवाल व्यक्ति अपनेके प्रति आकर्षित करेके लेल कफीमे दिलके चित्र बनासकइ छि । अइसन कएलासे अपनेके मनके भावना उ असानी से समझ जाइ । एकरा अलावा कौनो चिज सरप्राइज दे सकइछि । जौना कारण अपनेको भावना समझेमे सजिलो होजाई ।
ग्रिटिङ कार्ड दिउ
ग्रिटिङ कार्डके माध्यमसे भि अपने अपना मनके भावना कहसकइछि । अपने कौनोके चाहइ छि,मनके बात कहेमे डेराइ छि त ग्रिटिङ कार्ड देके भावना व्यक्त कर सकइछि ।
चाहेवाला आदमीके सामने भावना व्उक्त करेके आ ओकरा बारेमे अपन सच बतावेला पर्व,उत्सप चाहि जन्मदिनके अवसरमे ग्रिटिङ कार्ड दिउ। ग्रिटिङकार्डके साथे चक्लेट भि दिउ । अइसे कएलासे मनके भावना समझेमे सजिलो होई ।
ठिक बेठिक लागेवाल बातके ख्याल करु
अगर कौनोके चाहइछि त ओकरा ठिक(बेठिक लागेवाल बातमे भि ध्यान दिउ । कौनोके प्रभावित करेके हए त सामने वालाके मनके बात के ख्याल करु जौनासे अपने के प्रति सामने वाल के विश्वास बढि ।अपने चाहेबाला आदमीके कथि ठिक लागले कथि न ठिक लागले । कौन चिज खाएमे ठिक लागले कौन चिज न ठिक लागले ? यी चिजके विशेष ध्यान दिउ । अइसन बातमे ध्यान देलासे अपनेके मनके भावना समझि छ । एसे सम्बन्ध गहिरा बनेके साथे एकअर्काके उपर लगाव बढि ।
बात करेला बहाना खोजु
अपने कौनोसे प्यार करइछि त अपने ओकरासे बात करेला बहाना खोजु । जेतना जादा होइ ओतना जादा ओकरा बारेमे जानेके कोशिस करु । अपने चाहेवाल व्यक्तिके साथे निमन बात करु जेसे समय बिते नजदिकि बढे अइसन बात करु कि अपनेके मनके बात उ समझ सके ।
सब दिन साथ निभाउ
चाहे बाला व्यक्तिके दुःखमे हए यि कौनो न देखेके चाहले । अपने भि जेकरा चाहिइ छि त ओकरा साथ साहयोगके जरुरी है त साथ दिउ साहयोग करु ।अइसे कएला से अपनेके देखावल प्यार आ देखाव भाव उ जलदिए महसुस करि । एमे भावना नदेखके प्रमे भि व्यक्त होइ ।
पसन्द रह लोगके सामने अपन भावना कईसे राखम ?
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